दूरदर्शी बनो! – तीन मछलियों की पंचतंत्र की प्रेरक कहानी!
यद् भविष्यो विनश्यति ‘जो होगा देखा जाएगा’ कहने वाले नष्ट हो जाते है। एक तालाब में तीन मछलियॉं थी। अनागतविधाता, प्रत्युत्पन्नमति और यद्भविष्य। एक दिन मछियारों ने उन्हें देख लिया और सोचा,इस तालाब में खूब मछलियॉं हैं। आज तक कभी इसमें जाल भी नहीं डाला है, इसलिए यहाँ खूब मछलियॉं हाथ लगेंगी। उस दिन शाम … Read more