चार मूर्ख पण्डित! – पंचतंत्र की प्रेरक कहानियां
अपि शास्त्रेषु कुशला लोकाचारविवर्जिताः सर्वे ते हास्यतां यान्ति यथा ते मूर्खपण्डिताः॥ व्यवहार-बुद्धि के बिना पण्डित भी मूर्ख होते हैं। एक स्थान पर चार ब्राह्मण रहते थे। चारों विद्याभ्यास के लिए कान्यकुब्ज गए। निरन्तर बारह वर्ष तक विद्या पढ़ने के बाद वे सम्पूर्ण शास्त्रों के पारंगत विद्वान हो गए। किन्तु व्यवहार बुद्धि से चारों खाली थे। … Read more