एक दिन एक राजा सुबह-सुबह घोड़ों के तबेले में गये, उसी समय एक साधु महाराज भिक्षा मांगने के लिए आ गये। सुबह-सुबह साधु के द्वारा भिक्षा मांगते देखकर राजा को बहुत क्रोध आ गया और राजा ने बिना कुछ बिचार किये तबेले से घोडें की लीद उठाकर साधु के पात्र में डाल दी। साधु बहुत […]
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संगठन की शक्ति! Sangathan Ki Shakti – Moral Story in Hindi
एक वन में एक बहुत विशाल और क्रूर अजगर रहता था। उसे अपने ऊपर बहुत अभिमानी था। उस वन के अन्य जीव उससे बहुत डरते थे। क्योंकि वह अजगर इतना विकराल था कि एक ही बार में ही खरगोश को निगल लेता था। एक बार अजगर को भूख लगी और वह अपनी बिल से निकलकर […]
बासी रोटी और ठंडी रोटी – Short Moral Story in Hindi
एक लड़का था, माँ ने उसका विवाह कर दिया, पर वह कुछ कमाता नहीं था। माँ जब भी उसे रोटी परोसती थी, तब वह कहती कि बेटा, ठण्डी रोटी खा लो! लड़के की समझ में नहीं आया कि माँ ऐसा क्यों कहती है, फिर भी वह चुप रहा। एक दिन माँ किसी काम से बाहर […]
!! रोटी !! – Short Moral Story in Hindi
एक मित्र ने अपनी पत्नी के स्वर्गवास हो जाने के बाद अपने दोस्तों के साथ सुबह-शाम पार्क में टहलना और गप्पें मारना और पास के मंदिर में दर्शन करने को अपनी दिनचर्या बना लिया था। हालांकि घर में उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं थी। सभी लोग उनका बहुत ध्यान रखते थे, परंतु […]
संस्कार…अपने-अपने – Short Moral Story in Hindi
बिटिया कुछ है क्या खाने को… दोपहर तीन बजे के आसपास रामेश्वर बाबू ने बहु के कमरे में आवाज लगाते हुए कहा ये भी कोई वक्त है खाने का और अभी ग्यारह बजे दिया था ना दूध वाला दलिया फिर अब…. तीन बजे है जो रोटी सब्जी बनाई थी खत्म हो गई है और आपको […]