साहसी गधा – लोक कथा ( Indian Folk Tales in Hindi )
एक गधा बोझा ढोते-ढोते बुरी तरह ऊब गया। एक बार उसने अपने मित्र ऊँट से कहा: ”ऊंट, ओ ऊंट! मैं तो बोझा ढोते-ढोते ऊब गया हूँ: मेरी सारी पीठ उधेड़ रखी है! चलो, मालिक को छोड़कर भाग जाते हैं, दोनों मिलकर आज़ादी से रहेंगे, जो मन में आयेगा, करेंगे।” ऊंट चुप्पी साधे थोड़ी देर तक … Read more