लगते ढोल सुहावने, जब बजते हों दूर। चंचल चितवन कामिनी, दूर भली मशहूर।। दूर भली मशहूर, सदा विष भरी कटारी। कभी न रहती ठीक, छली, कपटी की यारी। ‘ठकुरेला’ कविराय, सन्निकट संकट जगते। विषधर, वननृप, आग, दूर से अच्छे लगते।। *** जीना है अपने लिये, पशु को भी यह भान। परहित में मरता रहा, युग…
Currently browsing:- Hindi Poems:
पढ़ें प्रेरणादायक कविताऐं हिंदी में Read Every type Poems in Hindi
माँ की वो रसोई!!
माँ की वो रसोई मेरी माँ की वो रसोई.. जिसको हम किचन नहीं चौका कहते थे माँ बनाती थी खाना और हम उसके आस पास रहते थे माँ ने उस 4×4 के कोने को बड़े सलीके से सजाया था कुछ पत्थर और कुछ तख्ते जुगाड़ कर एक मॉडुलर किचेन बनाया था माँ की उस रसोई…
समय चला, पर कैसे चला Nice Poem About Life
Nice Poem About Life 💙 समय चला, पर कैसे चला… 💙 पता ही नहीं चला… ज़िन्दगी की आपाधापी में, कब निकली उम्र हमारी,यारो पता ही नहीं चला। कंधे पर चढ़ने वाले बच्चे, कब कंधे तक आ गए, पता ही नहीं चला। किराये के घर से शुरू हुआ था सफर अपना कब अपने घर तक आ…
“मेरी कोई जायदाद नहीं”
तन्हा बैठा था एक दिन मैं अपने मकान में, चिड़िया बना रही थी घोंसला रोशनदान में। पल भर में आती पल भर में जाती थी वो। छोटे छोटे तिनके चोंच में भर लाती थी वो। बना रही थी वो अपना घर एक न्यारा, कोई तिनका था, ईंट उसकी कोई गारा। कड़ी मेहनत से घर जब…
ओढ़ के तिरंगा क्यों पापा आये है?
शहीद जवान के बच्चे की दिल छू गई कविता ओढ़ के तिरंगा क्यों पापा आये है? माँ मेरा मन बात ये समझ ना पाये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। पहले पापा मुन्ना मुन्ना कहते आते थे, टॉफियाँ खिलोने साथ में भी लाते थे। गोदी में उठा के खूब खिलखिलाते थे, हाथ…
माँ की इच्छा ~ शरीर में रौंगटे खड़े कर देने वाली कविता!!
⬅ शरीर में रौंगटे खड़े कर देने वाली कविता ➡ ?? ? माँ की इच्छा ? ?? महीने बीत जाते हैं , साल गुजर जाता है , वृद्धाश्रम की सीढ़ियों पर , मैं तेरी राह देखती हूँ। आँचल भीग जाता है , मन खाली खाली रहता है , तू कभी नहीं आता , तेरा मनि…
MAA MERI MAA ~ Composed by NORBU LAMA
(GDCD) MAA MERI MAA (GCEmD) MAMTA KI MURAT, MERI ARMAN SANSE MERI HO, MERI HO JAAN JO KUCHH BHI MAI HU, TERI HI VARDAAN,… MAA MERI MAA JAAN HANTHON MEIN LEKAR MUJHE PAIDAA KIYAA DARD TUNE SAHA AUR MUJHE JEEVAN DIYAA (GCEmD) NIND APNI BHULAA KAR TUNE LORI SUNAAYAA MUJHE AANSU APNI CHHUPA KAR TUNE…
देह मेरी, हल्दी तुम्हारे नाम की~ लड़कियों को सम्मान दे!
लोग पत्नी का मजाक उड़ाते है। बीवी के नाम पर कई Msg भेजते है, उन सभी के लीये…. —————————————————- Please Read This…. A Lady’s Simple Questions & Surely It Will Touch A Man’s Heart… —————————————————– देह मेरी, हल्दी तुम्हारे नाम की । हथेली मेरी, मेहंदी तुम्हारे नाम की । सिर मेरा, चुनरी तुम्हारे नाम की…
पिता की भावनायें — हिंदी कविता
…………. पिता की भावनायें…………………. माँ को गले लगाते हो, कुछ पल मेरे भी पास रहो ! ’पापा याद बहुत आते हो’ कुछ ऐसा भी मुझे कहो ! मैनेँ भी मन मे जज़्बातोँ के तूफान समेटे हैँ, ज़ाहिर नही किया, न सोचो पापा के दिल मेँ प्यार न हो!
” वक़्त नहीं ” एक प्यारी सी कविता वक़्त पर
एक प्यारी सी कविता वक़्त पर . ” वक़्त नहीं ” हर ख़ुशी है लोंगों के दामन में , पर एक हंसी के लिये वक़्त नहीं . दिन रात दौड़ती दुनिया में , ज़िन्दगी के लिये ही वक़्त नहीं .